बुधवार, 6 अप्रैल 2011

आज़ादी के बाद की सबसे बड़ी जनक्रान्ति ?

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अन्ना हजारे जी के आमरण अनशन का पहला दिन… पूरा दिन अन्ना के साथ जंतर मंतर पर बिताया… जय कुमार झा जी भी हमारे साथ रहे…. विशाल जनमानस बिना किसी राजनैतिक नेतृत्व के जिस तरह से पूरे देश में सड़कों पर उतर कर अन्ना के संघर्ष को समर्थन दिया वह अपने आप में आज़ादी के बाद सत्य के लिए सबसे बड़ी लड़ाई के रूप में देखी जा रही है.

क्या सब्र का घड़ा भर चुका है? क्या लोग उकता चुके हैं इस व्यवस्था से ? क्या इसे नयी क्रान्ति समझा जाए? पिछले कुछ दिनों से भ्रष्टाचार और अति के खिलाफ़ जनता जिस तरह आंदोलित होती दिखी है उसे क्या आज़ादी के बाद की सबसे बड़ी क्रान्ति कहना अनुचित न होगा….. भ्रष्टाचार के विरूद्ध आज दिल्ली में जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के आमरण अनशन पर बैठने के साथ ही देश के लगभग ४०० शहरों में भ्रष्टाचार के विरूद्ध प्रदर्शन हुए.

P050411_12.58_[02]अन्ना हजारे सहित लाखों की संख्या में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ मुहिम में शामिल लोगों द्वारा ‘जन लोकपाल बिल' को लागू कराने हेतु एक कमिटी के गठन की माँग रखी गयी गयी है जिसमे लोकपाल बिल के प्रारूप के लिए भ्रष्ट मंत्रियों और नेताओं की एकतरफा और लचर व्यवस्था से इतर एक प्रभावशाली लोकपाल बिल तैयार किया जाय. इस ड्राफ्टिंग कमिटी में पचास प्रतिशत प्रतिनिधि जनता की ओर से शामिल किये जाने को लेकर अन्ना हजारे आज से आमरण अनशन पर हैं.

देशभर से बाबा रामदेव, श्री श्री रविशंकर, स्वामी अग्निवेश, दिल्ली के आर्च बिशप विन्सेंट एम् कोंसेसाओ, महमूद मदनी, किरण बेदी, जे.एम लिंगदोह, शांति भूषण, प्रशांत भूषण, अरविन्द केजरीवाल, मुफ्ती समूम काशमी, मल्लिका साराभाई, अरुण भाटिया, सुनीता गोदरा, आल इण्डिया बैंक कर्मचारी फेडरेशन, पैन-आइआईटी अल्युमनी एसोसियेशन, कामन काज़, जैसे गण्यमान व्यक्तियों और संस्थाओं ने जिस तरह से भ्रष्टाचार के खिलाफ़ अलख जगाई उसे देखते हुए आभास यही होता है कि घड़ा भर चुका है… सहनशीलता की हद हो गयी है

P050411_14.40इस आन्दोलन की विशेष बात यही है कि यह कोई राजनैतिक संगठन अथवा पार्टी द्वारा संचालित नहीं है बल्कि जनता के सहयोग से सर्व विदित कर्मठ और ईमानदार गण्यमान व्यक्तियों द्वारा आंदोलित किया जा रहा है. इस आंदोलन से लगातार लोग सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं. अगर सरकार इसी तरह जानबूझ कर सोने का नाटक करती रही तो वो दिन दूर नहीं जब सरकार के नीचे से कुर्सी नदारद होगी.

आह्वान है हर उस नागरिक से, उस संस्था से जिसे प्यार है अपने बच्चों, से , समाज से, परिवार से, चिंता है भविष्य की, कि India against Corruption की इस मुहिम से सक्रियता से जुड़ें और आज़ादी के बाद होने वाली सबसे बड़ी जनक्रान्ति के सहभागी बनें. हाल ही में मिश्र की क्रान्ति ने साबित किया है कि जनता ने हर जोर ज़ुल्म से लड़ने का मन बना लिया है और पूरे विश्व में एक नयी हवा बह चली है…. जहां जो जैसे सक्षम है वह अपनी तरह से इस संघर्ष को अपना समर्थन दें.

इस मुहिम से जुड़ने के लिए आपको केवल नीचे लिखे नंबर पर एक मिसकाल करनी है…

इस नंबर पर मिस कॉल करें -02261550789

http://indiaagainstcorruption.org/citycontacts.php

6 टिप्‍पणियां:

  1. इस आजादी की लड़ाई की जान और शान आप जैसे समर्पित कार्यकर्त्ता हैं जो अपनी सारी व्यक्तिगत जरूरतों व हितों को दरकिनार करते हुए देश व जनहित में इस आजादी की लड़ाई को लड़ रहें हैं...मुझे गर्व है की आप जैसे लोग मेरे मित्र हैं....
    सभी ब्लोगर दोस्तों को मैं बताना चाहूँगा की पदम् सिंह जी के पत्नी की तबियत ठीक नहीं होने के बाबजूद उन्होंने इस आयोजन में भागीदारी को तरजीह दिया...हमलोग कामना करते हैं की पदम् सिंह जी जैसे इंसान के पत्नी के स्वास्थ्य को भगवान जल्द एकदम ठीक कर दे....आपका आभार और धन्यवाद पदमसिंह जी ...

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  2. पद्म भाई , मैं अपनी लडाई यूं तो पहले ही शुरू कर चुका हूं और इस आह्वान में आप लोगों के पास भी जल्दी ही पहुंच कर जुडूंगा ...मुझे भी इस पल का बेसब्री से इंतज़ार है ......कब नहीं जानता लेकिन जल्दी ही ...

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  3. Keep spreading words like dis... mere seene me nahi tere seene me sahi,ho kahin bhi magar ye aag jalni chahiye.. tasveer badalegi :)

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  4. आज दिख रही है ब्लोगजगत की ताकत. बज़ ने इस आग को और भी फैलाया है.
    ईश्वर करे ये आग ऐसी भडके की भस्म कर दे भ्रष्टाचार के भस्मासूरों को.
    एक अच्छी शुरुआत.शायद हर राज्य तक भी जल्दी ही फैले.इसे केन्द्र से स्टेट्स तक फैलाना जरूरी है.जन जन तक.मुझे गाइड करना.अपने स्तर पर मैं अपने शहर में इस आग को भडकाने के लिए क्या कर सकती हूँ.राज्यकर्मचारी हूँ किन्तु इसकी चिंता नही.बस बताओ.

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  5. फिलवक्त तो मेहनत रंग ले आई है,आगे के लिए शुभकामनाएं !

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